गाजीपुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छठे चरण की वोटिंग के बीच गाजीपुर में जनसभा की। इस दौरान उन्होंने भाजपा प्रत्याशी पारसनाथ राय के समर्थन में अपील करते हुए कहा, मैं जब भी गाजीपुर आता हूं। मन में एक सवाल आता है कि आजदी के बाद कांग्रेस ने इस क्षेत्र को उपेक्षित क्यों रखा। वीरों की इस धरती विकास के नए मापदंड रचेगी।
वोट और सत्ता के लिए सपा और कांग्रेस कुछ भी कर सकते हैं। सपा के शहजादे ने कभी कहा था कि माफिया की इंट्री पर रोक लगाएंगे लेकिन उन्हें की गोद में बैठाया। उन्होंने माफियाओं को पाला-पोशा। इंडिया गठबंधन में जितनी पार्टियां हैं उनमें अवगुड़ हैं, वो घोर सांप्रदायिक, जातिवादी, परिवादी हैं। बाबा साहेब को भारत रत्न को कांग्रेस ने नहीं देने दिया था। दलित राष्ट्रपति को हराने के लिए एकजुट हो गए थे। इंडिया गठबंधन के लोग दलितों और पिछड़ों का आरक्षण लूटने में लगे हैं। ये पासी, नोनिया, यादव, बिंद, कुर्मी, पटेल सबका आरक्षण छिनने में लगे हैं। कर्नाटक में रातों रात मुस्लिमों को आरक्षण दे दिया था। पिछड़ों का आरक्षण मुस्लिमों को दे दिया था।
मोदी ने दस साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला: पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हमारे सेना के जवानों की तश्या का माखौल उड़ाया था। उन्हें मुर्ख बनाने का भरसक प्रयास किया था। 2013 में भाजपा ने मुझे पीएम पद का प्रत्याशी बनाया तो हरियाणा में मैंने वन रेंक वन पेंशन लागू करने का एलान किया था। इससे कांग्रेस घबड़ा गई थी। कांग्रेस ने पूर्व सैनिकों का अपमान किया। गाजीपुर, यूपी या पूरा देश हो। परिवार वादी के नेता अपने परिवार के लिए महल पर महल बनाते गए। लेकिन, गांव गरीब, किसान वंचित लोग जीवन की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए परेशान रहे। मोदी ने दस साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले माफिया लाल बत्ती में घूमते थे। दंगों को यूपी की पहचान बना दिया गया था। इसका नुकसान व्यापारियों- कारोबारियों को होता था। सपा ने माफियाओं को पाला-पोसा, टिकट दिया। कहा कि सपा और कांग्रेस में कुछ आदतें मिलती हैं। पहला परिवारवादी, दूसरा जातिवादी और तीसरा भ्रष्टाचार। पीएम नरेंद्र ने कहा कि मोदी जबतक जिंदा है, तबतक एससी-एसटी का आरक्षण नहीं छीनने दूंगा। वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है।
कांग्रेस ने वन रैंक व पेंशन नहीं लागू करने दिया था: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा आप याद करिए कांग्रेस कैसे सरकारें चलाती थी। ताड़ीघाट का शिलान्यास गहमरी बाबू ने कराया था। लेकिन छह दशक तक ये काम लटका रहा। इंडि पार्टियों की कितनी सरकारें आईं और चली गईं। लेकिन, पुल नहीं बना। ये पुल तब बना जब आपने मोदी को सेवा करने का मौका दिया। यह मेरा सौभाग्य था कि बाबू जी का सपना साकार किया और यहां आकर उद्घाटन किया। काम लटकाने और हक मारने में कांग्रेस को महारत हासिल हैं। कांग्रेस ने हमारे सेना के जवानों को वन रैंक व पेंशन नहीं लागू करने दिया था।
पीएम मोदी ने कहा कि गाजीपुर के पुराने लोगों को पता है कि यहां के दर्द को गहमरी जी ने उठाया था। नेहरूं जी को आंख में आंसू लिए बताया था कि कैसे यहां के लोग गोबर में गेहूं बीनकर खाते थे। कांग्रेस की सरकार में सियासी ड्रामें हुए, लोगों की आंखों में धूल धोंकने के लिए पटेल आयोग बने लेकिन फाइल धूल फांकने लगे। लेकिन, हमारी सरकार हर गरीब को मुक्त राशन दे रही है। कोरोना के इतने बढ़े संकट में भी गरीबों के घर का चूल्हा नहीं बुझने दिया। मुक्त राशन के लिए लाखों करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है, ताकि किसी गरीब को परेशानी न उठाया पड़े।
पीएम ने कहा ब्रिगेडियर उस्मान जैसे भी गाजीपुर की परंपरा और गाजीपुर का गांव यह नाम ही काफी है। हर घर से जहां जांबाज निकालते हों गाजीपुर के अलावा और किसे मिला होगा। मुझे आपके बीच कई बार आने का अवसर मिला है। संगठन का काम करता था या चाहे गुजरात का मुख्यमंत्री था या लोकसभा में चुनाव का समय हो विकास के काम हो आता हूं तो मुझे एक पुराना प्रसंग बार-बार याद आता है। यह प्रसंग इस बात का गवाह है कि कैसे इंडिया गंठबंधन वालों ने गाजीपुर के साथ विश्वास घात किया। आजादी के बाद कांग्रेस ने कसम खा ली थी यह क्षेत्र का विकास नहीं करेगी। यहां के लोग गरीबी में घूट-घूट कर जीने को मजबूर रहे। पुराने लोगों को पता होगा यहां की तकलीफ को।
गाजीपुर के पावन धरती के लोगों के हमार प्रणाम बा। काशी वासियों के लिए गाजीपुर आना ऐसा ही है जैसे बगल के मोहल्ले में आ गए। अगर गाजीपुर वाला फोन करे तो काशी वाले बोलते हैं बस घर ही में हैं। मैं भी गाजीपुर प्रचार करने नहीं आया हूं, अपने माता- बहनों का और आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं। यह जो पूरे यूपी के साथ और गाजीपुर का सामर्थ्य क्या है, यह इतिहासकारों से ज्यादा देश की सीमाओं को पता है। यह पराक्रम और शौर्य की गाथाएं बताती हैं।