गोवर्धन/ मथुरा। टाटा ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट ज्योति रत्न कुट्टू भी शुक्रवार को ब्रज के कुंडों की दशा देखने के लिए मथुरा आए। उन्होंने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र के साथ गोवर्धन क्षेत्र में धार्मिक महत्व से जुड़े प्राचीन कुंडों को देखा।
गौरतलब रहे कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के आग्रह पर टाटा ग्रुप ब्रज के प्रमुख कुंडों को पुरातत्व महत्व के अनुरूप नया स्वरूप देने जा रहा है।
इसके लिए प्रथम चरण में मानसी गंगा सहित आठ कुंडों को चयनित किया है। ये कुंड गोवर्धन, छाता, मथुरा नगर निगम और छटीकरा में स्थित हैं। इन कुंडों के विकास को लेकर गत दिवस उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र की टाटा ग्रुप की तकनीकी टीम के साथ बैठक हुई थी। शुक्रवार को टाटा ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट ज्योति रत्न कुट्टू मथुरा पहुंचे।
उन्होंने परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र, सीईओ एसबी सिंह सहित तकनीकी टीम के साथ सबसे पहले मानसी गंगा को देखा। यहां एकत्रित जल की स्थिति, जल के स्रोत की जानकारी ली। आसपास की आबादी को भी देखा और अपनी तकनीकी टीम के साथ चर्चा भी की। इसके बाद राधाकुंड, श्याम कुंड, अष्टसखी कुंड भी देखने गए। इस तरह पहले दिन चार प्राचीन कुंडों को देखा। इसके विकास की योजना पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ एसबी सिंह ने इन कुंडों के धार्मिक महत्व के साथ इनकी स्थानीय उपयोगिता की उनको विस्तृत जानकारी दी। अब बाकी चार कुंड का निरीक्षण शनिवार को किया जायेगा। इसके बाद ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्यालय सभागार में बैठक होगी, जिसमे जिलाधिकारी सहित अन्य विभागाध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के पर्यावरण विशेषज्ञ मुकेश कुमार शर्मा ने बताया कि आलाधिकारियों के निरीक्षण उपरांत टाटा ग्रुप की तकनीकी टीम हाईड्रोलाजिकल सहित विभिन्न सर्वे करेगी। उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप मानसी गंगा गोवर्धन, राधा कुंड गोवर्धन, श्याम कुंड गोवर्धन, अष्ट सखी कुंड गोवर्धन, कृष्ण कुंड लोहवन, गरुण गोविंद पर काम करेगा।