मथुरा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती और 2 अक्टूबर 1973 को मथुरा रिफाइनरी की आधारशिला रखे जाने की याद में मथुरा रिफाइनरी के संविदा श्रमिकों ने नगर में सत्याग्रह यात्रा का आयोजन किया और श्रमिकों के शोषण, उत्पीड़न एवं पारिश्रमिक चोरी के निराकरण की मांग की । पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन कांट्रेक्ट वर्कर्स मथुरा रिफाइनरी यूनिट के आह्वान पर सैकड़ों श्रमिकों ने विकास बाजार स्थित गांधी स्मारक से होलीगेट तिलक द्वार कोतवाली रोड, भरतपुरगेट होते हुए डैम्पियर नगर स्थित भगतसिंह प्रतिमा तक पैदल मार्च किया ।
यात्रा में नागरिकों के नाम पर्चा वितरित किया गया जिसमें मांग की गई कि पारिश्रमिक चोरी के विरुद्ध कार्यवाही की जावे श्रमिकों की सेवा सुरक्षा और सुविधाओं के लिए लिखित अनुबंध हो और निकाले गए श्रमिकों को बहाल किया जावे । यात्रा से पूर्व गांधी स्मारक पर यूनियन उपाध्यक्ष बीएम मेहता की अध्यक्षता में सभा हुई । राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर यूनियन सचिव कामरेड जनक ने पुष्पांजलि अर्पित की और रामधुन का पाठ किया ।
यूनियन अध्यक्ष कामरेड मधुवन दत्त चतुर्वेदी एड. ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 20 वीं सदी के सबसे बड़े महानायक थे जिन्होंने सत्य और अहिंसा को लोकजीवन में न्याय का उपकरण बना कर मानवता की सेवा की और विश्वभर के शोषित पीड़ित लोगों को सत्याग्रह का पाठ पढ़ाया । हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महात्मा जी समाज के अंतिम व्यक्ति तक समृद्धि और स्वतंत्रता चाहते थे लेकिन रिफाइनरी जिसे इंदिरा जी ने आधुनिक मंदिर कहा था आज ठेकेदारों और भ्रष्ट अफसरों के अपवित्र गठजोड़ की गिरफ्त में है जहां सबसे अंतिम व्यक्ति संविदा श्रमिक शोषण उत्पीड़न और अन्याय का शिकार है उसकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है ।
यूनियन के उत्तर परिक्षेत्र उपाध्यक्ष और वरिष्ठ मजदूर नेता कामरेड शिवदत्त चतुर्वेदी ने महात्मा गांधी के जीवन और संदेश पर बल देते हुए कहा यह संयोग है कि बापू की जयंती पर ही रिफाइनरी का शिलान्यास हुआ था और यह त्रासदी है कि जिस अंतिम व्यक्ति को लक्ष्य कर नीतियां बनाने का मंत्र बापू ने दिया वही रिफाइनरी में पीड़ित है ।
भाकपा (माले) के जिला मंत्री गिरधारीलाल चतुर्वेदी आम आदमी पार्टी के नेता रविप्रकाश भारद्वाज कौमी एकता मंच के अध्यक्ष जीसस चतुर्वेदी एड. ‘उत्कर्ष’ ललित मोहनी स्वरूप शर्मा एड वामसेफ से शाकिर हुसैन और खलीफा जमालुद्दीन कौमी एकता मंच के कपिल कुमार सारस्वत जितेंद्र चतुर्वेदी कुमार गौरव, राहुल अमीन शरद चतुर्वेदी विकास चतुर्वेदी सुनील कुमार आदि ने भी सभा को संबोधित किया । सत्याग्रह यात्रा ने अपने समापन बिंदु भगतसिंह प्रतिमा पर संकल्प लिया कि साम्प्रदायिक सद्भाव और श्रमजीवी वर्ग के हितों के लिए सत्याग्रह जारी रहेगा । सत्याग्रह यात्रा का मांग पत्र पेट्रोलियम मंत्रालय और श्रम मंत्रालय को प्रेषित किया गया ।