मथुरा। वृन्दावन में कोषदा ग्रुप के होटल पर गाज गिराने के बाद मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की टीम ने 200 से अधिक कथित रूप से चल रहे हाईफाई होटल मालिकों को नोटिस जारी किए है। इनको आवासीय मानचित्र स्वीकृत कराकर वयवसायिक गतिवधि संचालित करने पर ये नोटिस दिए गए है।
वृन्दावन में प्राधिकरण का नोटिस मिलने से होटल मालिकों की नींद उड़ गई है, बडी संख्या में फ्लैट नुमा कमरे वाले होटलों ने ऑनलाइन बुकिंग रद्द कर दी है। इन होटलों में ग्राहकों द्वारा कराई बुकिंग के रूपये वापिस कर दिए गये है। सूत्रों के अनुसार हरे कृष्णा आर्चिड, ऐलिगेंस के अलावा रूकमणि विहार स्थित कई होटल, छटीकरा रोड़ पर एक प्रसिद्ध कथा वाचक के होटल नेे नोटिस मिलते ही शटर गिरा दिया है।
बताया जाता है विकास प्राधिकरण ने इन कथित होटल-रिर्सोटस संचालकों से पूछा है कि आपका मानचित्र किस श्रेणी में स्वीकृत हुआ था। आवासीय या व्यवसायिक मानक अनुरूप व्यवस्था मौके पर मौजूद है कि नही।
सूत्र बताते है कि ओमेक्स के आसपास और उसके अंदर भी आवास के नाम पर होटल संचालित हो रहे है उनको भी नोटिस दिया गया। प्राधिकरण की इस बडी कार्यवाही से वृन्दावन में प्रतिदिन चांदी काट रहे होटल वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई है, हालत तो कोषदा के मदांकिनी होटल के सील होने से ही पतली हो गई थी, परन्तु अब नाम से नोटिस मिलने पर होश फाख्ता हो गए है। इस संबंध में मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नगेन्द्र प्रताप का कहना है कि 200 से अधिक नोटिस जारी किए गये है उसका यदि नियत तिथि तक संतोष जनक जबाव मिलता है तो ठीक है वरना सील की कार्यवाही की जायेगी।