नई दिल्ली । केंद्र सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के बीच, इसी तरह के प्रस्ताव पर 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सदन में की गई टिप्पणियां सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें उन्होंने विपक्ष पर तंज करते हुए कहा था कि उसे 2023 में भी ऐसा ही प्रस्ताव लाने की तैयारी करनी चाहिए।
उन्होंने आम चुनावों से पहले, फरवरी 2019 में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा था ”मैं आपको अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि 2023 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का आपको मौका मिले।” सरकारी सूत्रों ने मोदी की ”भविष्यवाणी” को दर्शाने वाला, उनके संबोधन का यह हिस्सा साझा किया।
विपक्षी पार्टी के एक सदस्य को जवाब देते हुए मोदी ने कहा था कि यह अहंकार का नतीजा है कि कांग्रेस की सीटों की संख्या 2014 के लोकसभा चुनावों में घटकर करीब 40 रह गई, जो कभी 400 से अधिक होती थी। उन्होंने कहा था कि अपनी सेवा भावना की बदौलत ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो सीटों से बढ़कर अपने दम पर जीत का आंकड़ा हासिल किया है।
वर्ष 2018 में नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले कार्यकाल में लाया गया यह अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में उसके पास पर्याप्त बहुमत होने की वजह से गिर गया था। निचले सदन में राजग के पास अब भी पर्याप्त संख्या बल है।