वृंदावन में श्री बांके बिहारी जी मन्दिर में नव वर्ष के अवसर पर श्रृद्धालुओं की अपार भीड़ आने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशाशन ने नई गाइडलाइंस जारी की है।
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह के अनुसार दर्शनार्थीगण मंदिर प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बनाये गये रूट चार्ट एवं नियमों का पालन करें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार की जा रही एनाउंसमेंट / सूचना को ध्यान पूर्वक सुने एवं उसका पालन करें।
*भीड़ के समय वृद्ध, दिव्यांगजन, छोटे बच्चों एवं बीमार व्यक्तियों को मंदिर परिसर में ना लाए।
*मन्दिर आते समय श्रृद्धालु किसी भी प्रकार का कीमती सामान / आभूषण अपने साथ न लाए।
*सभी श्रद्धालु कृपया मंदिर में प्रवेश/ निकास हेतु निर्धारित प्रवेश एवं निकास मार्ग का ही प्रयोग करे तथा एकल मार्गीय व्यवस्था अनुसार दर्शन कर अपने गंतव्य को प्रस्थान करे, जिससे पीछे से आने वाले अन्य दर्शनार्थियों को दर्शन का पर्याप्त लाभ मिल सके।
*मंदिर परिसर के पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है, कृपया मंदिर में जूता-चप्पल पहनकर न आए। जूता चप्पल रखने की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन द्वारा नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से मंदिर से जुड़ने वाले सभी प्रवेश मार्गों जैसे विद्यापीठ चौराहा, जुगल घाट, जादौन कार पार्किंग, हरिनिकुंज चौराहा एवं गौतम पाड़ा पर बनाए नए जूता घर में की गई है। प्रवेश एवं निकास मागों की गलियां अलग अलग रास्तों में खुलने के कारण आप मंदिर चबूतरा पर अथवा नीचे गली में उतारे गये अपने जूते चप्पल को पुनः प्राप्त नहीं कर पाएंगे। इसलिए जूता चप्पल निर्धारित जूता घर में उतारे अथवा होटल, गाडी में उतार कर आए अथवा नंगे पांव आए।*
*जेबकतरों, चैनकतरो व मोबाइल चोरों से सतर्क / सावधान रहें।
*वृद्धों व बच्चो की जेब में नाम, पता व फोन नम्बर की पर्ची अवश्य लिख कर रखे ताकि किसी भी परिजन के बिछड़ने पर आपको सूचित किया जा सके।
*किसी भी संदिग्ध गतिविधि अथवा वस्तु की सूचना अपने पास खड़े सुरक्षा कर्मचारी अथवा पुलिस कर्मचारी को अवश्य दें।
*दर्शनार्थीगणों की सुविधा हेतु खोया पाया केन्द्र मंदिर कार्यालय एवं बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है।
*निर्बाध आवागमन हेतु रास्ते में खड़े होकर सेल्फी ना खीचे एवं मार्ग अवरूद्ध ना करे। व्यवस्था बनाने में आप सभी दर्शनार्थी का सहयोग सादर अपेक्षित है। कृपया व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
*दर्शनार्थीगण दर्शन पश्चात मंदिर परिसर एवं गलियों में अनावश्यक रूप से खड़े ना हो, दर्शन पश्चात शीघ्र अपने गंतव्य को प्रस्थान करे जिससे अन्य दर्शनार्थीयो को दर्शन का समुचित लाभ मिल सके।
विशेष अपील
*सभी दर्शनार्थियों से अनुरोध है कि कोविड-19 का वैरिएंट पुनः अपने संक्रमण का प्रसार कर रहा है तथा देश के अधिकांश राज्यों में इसके धनात्मक केस रिर्पोट हो रहे हैं। इस हेतु सभी दर्शनार्थियों से अनुरोध है कि वे कोविड-19 के वैरिएंट (SARI/ILI) से सम्बन्धित निम्न दर्शित नियमों का पालन करें। जिससे कोविड-19 वैरिएंट (SARI/ILI) के संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
दर्शनार्थीगण मास्क लगाकर रखें तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवायजरी का पालन करें क्योंकि सजगता एवं स्वच्छता से ही इस संकमण के प्रसार को रोका जा सकता है, कोविड-19 नियमों का पालन करें।
खाँसी, जुखाम, बुखार, अस्थमा, एलर्जी इत्यादि से पीड़ित व्यक्ति भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग व्यक्तियों, छोटे बच्चों, बीमार व्यक्तियों का भीड़ वाले स्थानों पर न ले जायें, स्वस्थ रहें, सजग रहें।
भीड़ वाले स्थानों एवं मंदिर परिसर में दर्शन पश्चात अधिक समय तक ना रूकें, शीघ्र अपने गंतव्य को प्रस्थान करें।
कोविड-19 लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत अपनी जाँच करवाए तथा भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। अपने तथा अन्यों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत एंव सजग रहें तथा देश हित एवं जनहित में कोविड-19 सम्बन्धित नियमों का पालन करें।
पाश्चात्य नववर्ष के अवसर पर भीड वाले रथानों पर जाने से बचे, सचेत एंव सर्तक रहें।