मथुरा। लॉ अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स द्वारा आगरा यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए गए रिजल्ट के बाद से ही लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, क्योंकि इस बार कोरोना महामारी के बाद सभी स्कूल कॉलेज बन्द हो गए थे, अबकी बार सिर्फ अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के ही एग्जाम कराए गए जो कि परम्परागत रूप से हटाकर ऑब्जेक्टिव टाइप एग्जाम बिना किसी पूर्व सूचना और बिना किसी तैयारी के करा दिए गए, इस वजह से बीएसए कॉलेज के साथ साथ 90 प्रतिशत स्टूडेंट्स फेल हो गए, इससे आक्रोशित होकर लॉ के स्टूडेंट्स द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस संबंध में एक ज्ञापन प्राचार्य डॉ बबिता अग्रवाल को दिया गया।
शनिवार को लॉ के स्टूडेंट्स एकत्रित होकर बीएसए कॉलेज पहुचे और वहां पहुँचकर कॉलेज प्रशासन और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और यूनिवर्सिटी से रिजल्ट वापस लेने और सभी फेल हुए स्टूडेंट्स को पास करने की मांग की। इस मामले की जानकारी देते हुए लॉ छात्रों ने बताया कि हम लोगो के भविष्य के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा खिलवाड़ किया गया है, हमें बिना सूचना दिए ही हमारे परम्परागत सब्जेक्टिव एग्जाम पैटर्न की जगह ऑब्जेक्टिव एग्जाम करा दिए जिसकी न तो हमें तैयारी कराई गई थी और न ही कोई सूचना दी गयी थी।
छात्र नेता ओमकार ठाकुर ने बताया कि हम लोग पीसीएस जे की तैयारी कर रहे थे, हम प्रथम और द्वितीय वर्ष में अच्छे अंको से पास हुए हैं लेकिन इस बार यूनिवर्सिटी ने हमको फेल कर हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है इसलिए इस रिजल्ट को यूनिवर्सिटी को वापस लेना चाहिए,और छात्रों के हितो का ध्यान मे रख कर आगे की कार्यवाही करनी चाहिए। छात्र नेता देवेंद्र ठाकुर ने कहा कि यह रिजल्ट यूनिवर्सिटी को वापस लेना ही होगा यदि इस रिजल्ट को यूनिवर्सिटी वापस नही लेती है तो हम लोग आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे क्योंकि हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है ।