मथुरा। आस्था और श्रद्धा के आगे इस देश में सब कुछ बेकार है, दर्शन करेंगे चाहे जान चली जाये। दुर्भाग्य यह है कि ये धर्मभीरू भक्त ये नहीं सोच रहे तुम तो मरोगे ही साथ में आस पड़ौस के परिजन रिश्तेदार की भी जान जोखिम में डाल दोगे। हम ये कड़वी बात परंतु अकाट्य सत्य लिखने को इसलिये मजबूर हुए कि आज वृंदावन में बिहारी जी मंदिर पर दर्शन करने आये लोगों का रैला लगा हुआ है। वहां पांच लोगों को दर्शन कराने के नियम का चाहकर भी पालन नहीं हो रहा। श्रद्धालू तपती धूप में सड़क पर लाइन लगाकर बैठे हैं।
ये दृश्य देखकर माथा पीटने को मजबूर होना पड़ा। ये लोग इतना भी नहीं सोच पा रहे हमारे आराध्य प्रभु श्री बिहारी जी कहीं नहीं जा रहे कुछ दिन पश्चात दर्शन किये जा सकते है परंतु किसी पर कोई असर नहीं। सरकार भी कितना कर ले, लोग मानना ही नहीं चाहते। कोरोना केसों की बढती संख्या के कारण ही यूपी सरकार को रविवार को कम्पलीट लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है। जनता नहीं समझी तो वह दिन दूर नहीं जब पूरा लॉकडाउन घोषित हो जाये। आवश्यक काम है तो चलता है कि आप पूर्ण सुरक्षा के साथ घर से बाहर निकलो लेकिन दर्शन तो इतना जरूरी नहीं है। आज की परिस्थिति में ये उचित नहीं है कि मंदिरों पर भीड़ लगाई जाये। राजस्थान सरकार ने अपने राज्य के सभी प्रमुख बड़े मंदिर 30 अप्रैल तक बंद करा दिये है। जिला प्रशासन को भी चाहिए कि वह मथुरा के बड़े मंदिर को एक पखवाड़ा के लिए बंद करा दें। इससे कम से कम दिल्ली सहित आस पास के जिलों से वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना आने वालों का क्रम तो टूटेगा। सूत्रों का कहना है कि बिहारी जी की शयन आरती में काफी संख्या में लोग मौजूद रहते है।