मथुरा। गुरु पूर्णिमा मेला के अवसर पर मन्दिर परिसर एव गलियों सहित समूचे वृन्दावन में भारी भीड़ के दबाव को देखते हुए सभी श्रृद्धालुओ से सचेत किया गया है कि वे गुरु पूर्णिमा वाले दिन अपने अराध्य श्री बाँके बिहारी जी महाराज के दर्शन हेतु मंदिर आते समय निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें।
सभी बाहर से आने वाले दर्शनार्थीगणों वृन्दावन आने से पूर्व भीड का आकलन कर वृन्दावन पधारे। यदि भीड अधिक है तो भीड का हिस्सा बनने से बचे। इसी माह गुरु पूर्णिमा एवं आगामी त्यौहारों जैसे हरियाली अमावस्या एवं हरियाली तीज, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबन्धन, जन्माष्टमी इत्यादि मुख्य त्योहारों पर भी बहुत अत्यधिक भीड़ रहती है।
ठाकुर जी महाराज के दर्शनार्थ आने वाले श्रृद्धालु प्रमुख त्यौहारों, शनिवार, रविवार एवं राजकीय अवकाश वाले दिनों में भी भीड का आकलन कर वृन्दावन आयें। दर्शनार्थीगण मंदिर प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बनाये गये एकल मार्गीय रूट चार्ट एव नियमों का पालन करें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार की जा रही अनाउंसमेंट / सूचना को ध्यान पूर्वक सुने एव उसका पालन करें। दर्शन पश्चात मंदिर परिसर में अनावश्यक रूप से खड़े ना रहे दर्शन पश्चात शीघ्र अपने गंतव्य को प्रस्थान करें जिससे अन्य दर्शनार्थीयों को दर्शन का समुचित लाभ मिल सके।
भीड के समय वृद्ध, दिव्यांगजन, छोटे बच्चों एवं बीमार व्यक्तियों व श्वास सम्बन्धी रोगी व्यक्ति मंदिर परिसर में ना आयें। खाली पेट ना आये। मन्दिर आते समय श्रृद्धालु किसी भी प्रकार का कीमती सामान / आभूषण अधिक नगदी अपने साथ न लावे। सभी श्रृद्धालु कृपया मंदिर में प्रवेश निकास हेतु निर्धारित प्रवेश एवं निकास मार्ग का ही प्रयोग करे तथा एकल मार्गीय व्यवस्था अनुसार दर्शन कर शीघ्र अपने गतव्य को प्रस्थान करें जिससे पीछे से आने वाले अन्य दर्शनार्थियों को दर्शन का पर्याप्त लाभ मिल सके, मंदिर में अनावश्यक रूप से खडे ना रहे। मंदिर परिसर के पास जूता चप्पल रखने की कोई व्यवस्था नहीं है इसलिए मंदिर में जूता-चप्पल पहनकर न आयें। जूता चप्पल रखने की व्यवस्था विद्यापीठ चौराहा, गौतम पाड़ा, जुगल घाट, जादौन कार पार्किंग, हरिनिकुंज चौराहा पर बनाये गये जूता घर में की गई है जूता चप्पल जूता घर में उतारे अथवा होटल, गाड़ी में उतार कर आवें।
मंदिर प्रबंधक के अनुसार वृद्धों व बच्चों की जेब में नाम पता व फोन नम्बर की पर्ची अवश्य लिखकर रखें ताकि किसी भी परिजन के बिछुडने पर सूचित किया जा सके। किसी भी संदिग्ध गतिविधि अथवा वस्तु की सूचना अपने पास खड़े सुरक्षा कर्मचारी अथवा पुलिस कर्मचारी को अवश्य दें। दर्शनार्थीगणों की सुविधार्थ खोया पाया केन्द्र मंदिर कार्यालय एवं बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है। समुचित आवागमन हेतु रास्ते में खड़े होकर सैल्फी ना खीचे एवं मार्ग अवरुद्ध ना करें ।