मथुरा। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना द्वारा जनपद की सबसे बडी अस्थाई गौशाला बिहार वन गौशाला ग्राम पंचायत, राल का आकस्मिक सघन निरीक्षण किया गया ।
निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा टीम लगाकर गौशाला के गौ-पशुओ की गणना कराई गई। दस हजार से अधिक सरंक्षित किये जा रहे गौवंशो के रख रखाव भोजन प्रवन्धन एवं बुनियादी सुविधाओं के प्रत्येक पहलुओ पर बारीकी से देखा गया । पशुओ के रखने हेतु निर्माणाधीन पशु शेडो को तेज गति से तैयार कराने हेतु निर्देश दिया एवं यह सुनिश्चित करने को कहा कि स्वस्थ मजबुत गौवंश, बीमार एंव कमजोर गौवशं, एवं बछडो को अलग अलग बाडो में रखा जाए ताकि कमजोर एवं छोटे गौवंश चोटिल न होने पाए । सभी छायादार बाडो के साथ गौवंश के लिए विचरण हेतु खुला स्थान रखने हेतु निर्देशित किया गया। पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि बीमार गौवंशों का नियमित स्वास्थ्य की देख भाल की जाए ।
खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी एवं गौशाला प्रवन्धन समिमि के सदस्यों को कडे निर्देश दिये कि पर्याप्त मात्रा में पशुओं को भूसा, हरा चारा, खली चोकर आदि उत्तम गुणवत्ता वाले खाने के पदार्थ नियमित रूप से दिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कमजोरी के कारण किसी भी गौवंश की क्षति न पहुंचने पाए । गौशाला के साथ बन रहे निमार्णाधीन पशु चिकित्सालय, राल के भवन को फरवरी माह तक मय बाउन्ड्री पूर्ण करने हेतु कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये। गौशाला में भ्रमण करते समय मुख्य विकास अधिकारी ने गोवर गैस प्लान्ट, सोलर विद्युत आपूर्ति प्लान्ट, गोबर पेन्ट के प्लान्ट एवं गौकाष्ट आदि का निरीक्षण किया। इस बडी गौशाला में गौवंशों की सेवा कर रहे सेवादारो के अस्सी छोटे बच्चो को पढाने के लिए श्रीमती राजुल अशोक हमराही लेखिका, विविध भारती पूर्व उद्धघोषिका और समाज सेविका द्वारा की जा रही पहल की सराहना की । निरीक्षण के दौरान ए. के. उपाध्याय, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण / खण्ड विकास अधिकारी पशु चिकित्साधिकारी राकेश तिवारी सहायक विकास अधिकारी (सां.) राजीव कुमार सक्सैना गौशाला प्रवन्धन समिति के सभी सदस्य ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत अधिकारी उपस्थित थे ।