मथुरा। योगी सरकार का पूरा ध्यान यूपी की जेलों की कायापलट में लग गया है। प्रदेश के कारागार मंत्री जेल की दशा और दशा सुधारने की कवायद में जुटे हुए हैं। पूर्व सरकार में जहां जेलों में बंदियों के साथ असहनीय दुर्व्यवहार और यातना देने जैसी बातें मीडिया में आती थी वह अब पुरानी बाते हो चली है। मथुरा के जिला कारागार की बात करें तो यहां प्रशासन ने इसे कैद खाना नहीं सुधार गृह बनाने का संकल्प ले रखा है। कैदियों को प्रतिदिन यहां समाज में रहकर अच्छा आचरण करने की सीख दी जाती है वहीं उनके शुद्ध खान-पान का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
मथुरा की जेल में सबसे अधिक सुधार जब से नए जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग ने कार्यभार संभाला है तब से अधिक दिखाई देने लगा है। जेल अधीक्षक श्री गर्ग स्वयं दिन में कई बार कारागार के अलग-अलग बैरकों में निरीक्षण करते हैं। इस दौरान वह कैदियों से अलग-अलग विषय पर बात करते हुए अपराध की दुनिया को छोड़ने की सलाह देते हैं। जेल अधीक्षक द्वारा सुधार की दिशा में उठाई गई कई व्यवस्थाओं से कैदियों के साथ-साथ उनके परिजन भी अच्छे खासे प्रसन्न नजर आते हैं। आए दिन जेल के अंदर स्वास्थ्य परीक्षण कैंप के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन किए जाते हैं। इसके अलावा जिला न्यायालय स्तर पर जिन कैदियों को न्याय के सलाह की आवश्यकता होती है वह उपलब्ध कराई जाती है। दीपावली पर्व पर सभी कैदियों को उन्होंने मिठाई खिलाई।
जिला जेल की स्थिति में सुधार लाने के संकल्प के साथ जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग का कहना है कि सरकार का स्पष्ट संदेश है कि समाज में ऐसा कोई संदेश नहीं जाना चाहिए कि जेल में कैदियों के साथ कोई प्रताड़ना जैसी कार्रवाई की जाती है।