अरुण ठाकुर
छाता। यूपी में फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के शुरुआत में पंचायत चुनाव शुरू हो सकते हैं माना जा रहा है फरवरी में इसकी अधिसूचना जारी हो जाएगी जिसके चलते जनपद में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रधान बनने की चाह रखने वाले लोगों ने वोटरों को लुभाने के लिए अभी से सेटिंग गेटिंग का दौर शुरू कर दिया है, जगह जगह दावतों का दौर हो गया है ग्राम पंचायतों में प्रधान का चुनाव लड़ने की दावेदारी ग्रामीणों ने ठोकनी शुरू कर दी है वहीं ग्रामीण भी सरकार द्वारा पंचायत चुनाव की घोषणा होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उससे पहले ही अब गांव गांव में कोई तो प्रधान पद प्रत्याशी ग्रामीणों को लुभाने के लिए मिठाई नमकीन रेवड़ी बांटता है तो वही उसको जवाब देने के लिए दूसरा प्रत्याशी उससे अधिक घरेलू सामान वितरण कर रहा है हर कोई प्रधान पद प्रत्याशी अपने आप को एक से बढ़ कर दिखाने की कोशिश कर रहा है भले ही चाहे वह कभी किसी से राम राम ना करता हो लेकिन इस समय में वह पैर पकड़कर राम-राम भी कर रहा है जब इस विषय में हमारी ग्रामीणों से बात हुई तब बताया कि जब हम सुबह जागते हैं तभी कोई ना कोई प्रधान प्रत्याशी कुछ ना कुछ सामान लेकर हमारे दरवाजे पर आ जाता है और हमें लुभाने की कोशिश कर रहा है लेकिन हम भी अब ऐसे प्रत्याशी को चुनेंगे जो हमारे गांव में विकास कार्य कर सकें क्योंकि जो गलतियां हमने पिछली बार की है वह गलती अब हम दोबारा नहीं करना चाहते। अब देखना होगा कि आखिर इस लड़ाई में किसकी हार होती है और किसकी जीत हम आपको बता दें कि 22 जनवरी को पंचायत चुनाव को लेकर वोटर लिस्ट का प्रकाशन होगा पिछले 5 सालों की अपेक्षा इस बार काफी वोट बढ़ने की भी उम्मीद है।