बीते 10 दिनों में कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला
मथुरा। श्रीकृष्ण की नगरी में 17 महीने बाद जनपद अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है। बीते 10 दिनों से जिले में कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला है। न ही अब कोई सक्रिय मरीज है। इसके बाद सोमवार को जिले को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया है। कोरोना के बाद डेंगू का प्रकोप कोरोना खत्म हुआ तो जिले में डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप फैल गया है। जिले में बुखार से अब तक 22 की मौत हो चुकी हैं, जिनमें 12 बच्चे शामिल हैं। फरह के कोह गांव में सबसे अधिक मरीज मिले हैं। रविवार शाम को आई रिपोर्ट में गांव कोह में पांच और पिपरोट में आठ नए डेंगू के मरीज मिले हैं। सुरीर के गांव बिजऊ निवासी कुसमा (60) की डेंगू से वृंदावन के एक अस्पताल में मौत हो गई।
कोविड प्रभारी डॉ. भूदेव सिंह ने बताया कि जनपद में 28 अगस्त से ना तो कोई नया केस मिला है। और ना ही कोई संक्रमित आइसोलेशन में है। बीते 10 दिनों में कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव नहीं मिलने पर मथुरा को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया है। पहली बार 6 अप्रैल 2020 को मिले थे दो मरीज
जिले में पहली बार 6 अप्रैल 2020 को एक साथ दो संक्रमित मरीज मिले थे। इन 17 महीनों में कुल 22882 लोग संक्रमित मिले। इनमें 400 मरीजों की मौत हो गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने नौ लाख से ज्यादा लोगों के सैंपल की जांच की। सबसे ज्यादा मरीज कोरोना की दूसरी लहर मिले थे। कोविड प्रभारी डॉक्टर भूदेव सिंह ने लोगों से अपील की है कि मथुरा कोरोना मुक्त हो गया है लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। लोग सावधानी बरतें। नियमों का पालन करें। जिससे महामारी से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पीकू वार्ड बनाए गए हैं।