प्रदेश के व्यापारी को संगठन का हिसाब चाहिए और संविधान की कॉपी चाहिए
मथुरा। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल रजि. की बैठक नगर अध्यक्ष रमेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी। बैठक में उत्तर प्रदेश के स्वयंभू अध्यक्ष जिन्हें पारिवारिक विरासत में अध्यक्ष पद प्राप्त हुआ द्वारा वृन्दावन में प्रदेश व्यापार मण्डल के कराये जा रहे चुनावों को पूर्ण रूप से असंवैघानिक करार दिया गया तथा मांग की गयी कि प्रदेश व्यापार मण्डल का संविधान जिसके अन्तर्गत चुनाव सम्पन्न कराये जा रहे हैं उपलब्ध कराया जाये। साथ ही सदस्यों की सूची भी उपलब्ध करायी जाये ।
बैठक को सम्बोधित करते हुए नगर अध्यक्ष रमेश चतुर्वेदी ने कहा कि व्यापारी हितैषी होने का ढोंग कर रहे उत्तर प्रदेश के स्वयं घोषित स्वंभू अध्यक्ष पैतृक संपत्ति की तरह पहले कार्यवाहक अध्यक्ष फिर स्वयं अध्यक्ष घोषित करके एवं उनके महामंत्री व्यापारी हित विरोधी क्रियाकलापों और षडयंत्रों की कहनी बना रहे हैं, यह वास्तव में व्यापारियों के मसीहा लाला विशंभर दयाल तथा गोलोकवासी पण्डित श्याम बिहारी मिश्रा की आत्माओं को कष्ट पहुचाने का कार्य कर रहे है। वैधानिक रूप से निर्वाचित एवं लंबे अरसे तक लाला विशंभर दयाल एवं पंडित श्याम बिहारी मिश्रा के साथ व्यापारी हितों के लिए काम करने वाली मथुरा नगर इकाई की ओर से निन्दा करते हुए कड़ी चेतावनी देना चाहते हैं कि अपने निहित स्वार्थ सिद्धी के लिए अनुचित कार्यों एवं बयानों का सहारा लेकर व्यापारिक एकता को कमजोर करने का कार्य न करें वरना व्यापारी समाज की एकता खंडित होगी और व्यापारी का विश्वास संगठनों से उठ जाएगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद गुप्ता उपाध्यक्ष गुरूमुख दास दिनेश आनन्द पापे ने कहा कि व्यापारियों को संगठन का पिछले 15 वर्ष का हिसाब चाहिए। उन्होंने पूछा कि व्यापारी जानना चाहते हैं कि संगठन का करोड़ों रूपया किस बैंक में जमा है, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के नाम पर शहीद कोष एवं कोरोना काल के नाम पर साहयता कोष पूरे प्रदेश से तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी करोड़ों रूपया इकट्ठा किया गया, परन्तु केेवल रू. पांच लाख रूपये मुख्यमंत्री सहायता कोष तथा 5 लाख रूपये प्रधानमंत्री सहायता कोष में दिए गए बाकी शेष रूपयों का हिसाब अभी तक व्यापार मंडल में तथा सार्वजनिक रूप से क्यों नहीं दिया गया है शेष करोड़ो रूपये कहाँ है?
महामंत्री सुनील अग्रवाल एवं संयुक्त महामंत्री रामचन्द्र खत्री ने जानना चाहा कि संविधान के किस प्रक्रिया एवं वैधानिक नियमों के अनुसार आपने संगठन के वरिष्ठतम उपाध्यक्ष जो संगठन की स्थापना के समय से जुड़े हुए है रविकांत गर्ग व मुकुट लाल अग्रवाल गोंडा व अन्य वरिष्ठ व्यापारी नेताओं को किस प्रावधान के अंतर्गत बिना किसी प्रकार का नोटिस और आरोप लगाए निकालने का नाटक किया है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों, महानगरों के अनेक पदाधिकारियों कोे सूचना क्यों नहीं भेजी जा रही है, क्या इसलिए क्योंकि वह संगठनों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं तथा पारदर्शिता को अपनाए जाने की मांग कर रहे है। चुनाव में आप पूरे 15 वर्ष का हिसाब नही दे रहे अभी तक आपने किसी भी व्यापारी को मतदाता सूची नहीं दी है व्यापारी को मतदाता सूची नही दी है व्यापारी गण नियमानुसार चुनाव में भाग नही ले पा रहे हैं बिना कोई नोटिस दिए आपने अपने से वरिष्ठ अनेक पदाधिकारियो को व्यापार मंडल से बिना किसी कारण बताएं निकाल दिया जिसका आज तक ना तो कोई नोटिस दिया ना कोई कारण बताया ना ही किस संविधान के तहत निकाला ये बताया आपका आज तक व्यापारियों के लिए क्या योगदान रहा है यह भी आपने अभी तक स्पष्ट नहीं किया नही किसी को जानकारी है।
वरिष्ठ मंत्री शशिभानु गर्ग मंत्री राज नारायन गौड़ व प्रेम शंकर अग्रवान ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों, नगरों महानगरों कस्बा तहसीलों आदि से प्रदेश के निर्वाचन कराए जाने के नाम पर स्थानीय संगठनों की सदस्यता अभियान चलाकर तथा फिर पदाधिकारी नियुक्त करने के नाम पर जो लाखों रूपया प्रत्येक जनपद से एकत्रित किया गया है कुल राशि वर्तमान में 5 करोड से अधिक है का आय व्यय का हिसाब अभी तक क्यों नहीं दिया गया जबकि कई वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं विभिन्न जनपदो की इकाइयों द्वारा कोषाध्यक्ष को पत्र भेजकर हिसाब और आय-व्यय का ब्यौरा दिए जाने की मांग की गई है । 2005 से 2021 तक सदस्यता शुल्क के रूप में कुल कितनी धनराशि प्रदेश को प्राप्त हुई है और कुल कितना खर्च हुआ सदस्यता शुल्क का जो शेष धन बचा है उसकी एफ डी कितनी धनराशि की है और किस बैंक में है तथा कितनी धनराशि कोषाध्यक्ष के पास शेष है। एफ डी किसके नाम से है उसकी फोटो प्रति भी सदन में उपलब्ध कराई जाए। प्रदेश अध्यक्ष को प्रदेश के दौरे पर भृमण के दौरान स्थान पर थैली भेंट की जाती है 2005 से अब तक कुल
कितना धन प्राप्त हुआ है और वह कहा जमा है।
नगर उपाध्यक्ष राकेश अग्रवाल प्रेस वाले कोषाध्यक्ष मीनालाल अग्रवाल ने कहा कि जो कार्य रविकांत गर्ग द्वारा व्यापारियों के लिये किए गए है आज तक किसी अन्य व्यापारी नेता ने नहीं किया । व्यापारियों पर जब जब भी मुसीबत आती थी तो हमेशा उनका साथ देते रहे अपने आप को आगे रखते हुए व्यापारियों का हौसला बढाते हुए कभी भी पीछे नहीं हटे अपने स्वार्थ के लिए गर्ग साहब को नीचा दिखाने हेतु जिस तरीके से कुछ स्वंभू पदाधिकारी मीडिया द्वारा व्यापारी को गुमराह कर रहे है निन्दनीय है जिसे मथुरा जनपद ही नहीं प्रदेश तथा राष्ट्र का व्यापारी स्वीकार नहीं करेगा ।
नगर संगठन मंत्री हेमेन्द्र गर्ग भगवान चतुर्वेदी एवं राम नरेश अग्रवाल ने कहा कि नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल जो उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल तथा पूर्व में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की 35 वर्ष पुरानी सदस्य संस्था है जिसका अपना खरीदा हुआ निजी कार्यालय भी है जिसका उद्घाटन भी पंडित श्याम बिहारी मिश्रा ने किया था तथा जिस संगठन ने व्यापारिक हितों के लिये अनेक बार प्रदेश स्तर तक के व्यापक आंदोलन और संघर्ष भी किए हैं उस संस्था को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल से अलग किए जाने का अधिकारी किसने दिया क्या केवल कुछ चाटुकारी करने वाले कथित पदाधिकारियों के बल पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के संगठन को चलाया जा सकेगा।
युवा नगर अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल महामंत्री सचिन चतुर्वेदी व सह-महामंत्री राजीव मित्तल ने का कि 7 व 8 सितंबर को वृन्दावन में संगठन के प्रदेश निर्वाचन कराने का जो ढोंग किया जा रहा है, क्या वह चुनाव कराए जाएंगे वह चुनाव किस संविधान के अंतर्गत होंगे संवैधानिक पद कोषाध्यक्ष पद पर चुनाव क्यों नहीं कराये जा रहे क्या संगठन के पैसे का व्यक्तिगत उपयोग करने का षड़यन्त्र तो नहीं । वर्तमान कथित स्वंभू अध्यक्ष/महामंत्री व उनके सहयोगी साथियों से यह भी आग्रह है कि संगठन के हित में यह भी देखें कि 40 से अधिक जनपदों की इकाईया उनसे कैसे दूर हो गई है क्या कारण रहे स्पष्ट करें ।
बैठक में अनिल सारस्वत हरीबाबू अग्रवाल बेबी वाले भोला यादव प्रमोद खण्डेलवाल योगेश अग्रवाल विवेक मित्तल विशाल अग्रवाल विनोद अग्रवाल कन्हैया लाल बजाज मुकेश बौहरी अशोक रूहेला अशोक वर्मा अश्विनी गर्ग अनिल खण्डेलवाल दिनेश खण्डेलवाल हेमंत चतुर्वेदी मो. रियाजुद्दीन शिराज भाई आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।