मथुरा। मथुरा-वृंदावन के दो प्रमुख स्थानों से एक पखवाड़े में 2 हजार बंदर पकड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । एक बंदर पकड़ने पर निगम को ₹88 व्यय करने होंगे। वन विभाग ने निगम को 15 सितंबर तक बंदर पकड़ने की अनुमति प्रदान की है । उक्त पकडे गये समस्त बन्दरों को राष्ट्रीय चम्बल सैंचुरी प्रोजेक्ट आगरा में भेजा जा रहे है ।
नगर आयुक्त अनुनय झा का कहना है कि वृंदावन में बिहारी जी मंदिर के आसपास और मथुरा में चौबिया पाड़ा मोहल्ला क्षेत्र और द्वारिकाधीश मंदिर के समीप से बंदर पकड़ने के अभियान की आज से शुरुआत कर दी गई ये अभियान 15 दिन चलेगा। प्रयास रहेगा कि बंदर परिवार सहित पकड़े जाएं और उनको सुरक्षित वाहन के माध्यम से चंबल बीहड़ वन क्षेत्र में छोड़ दिया जाए। वन्यजीव अधिनियम अंतर्गत बंदरों की देखभाल के लिए एक पशु चिकित्सा अधिकारी नामित किए गए हैं।
अभियान अपर नगर आयुक्त सत्येन्द्र कुमार तिवारी सहायक नगर आयुक्त लवकुश गुप्ता पशु चिकित्सा आधिकारी दीपेंद्र सिंह ओमप्रकाश शर्मा वनविद एवं पदम सिंह वनरक्षक के निर्देशन में चलाया गया। बन्दर पकडने के अभियान के अन्तर्गत आज प्रथम चरण में 85 बन्दरों को पकडा गया है। पशु चिकित्सा आधिकारी ने बताया गया कि बन्दरों खाने हेतु मूंगफली, चना, केले, खील-बताशे दिये गये।