अजय शर्मा
मथुरा। प्रदेश का सबसे बड़ा सौभारि वन (नगर वन) श्री कृष्ण की नगरी मथुरा वृंदावन के मध्य गांव सुनरख में बनने जा रहा है। हरे-भरे वन में श्रीकृष्ण की प्रिय प्रजातियों के 76 हजार से अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे। पर्यावरण की दृष्टि से यह नगर वन आक्सीजन हब के रूप में जाना जाएगा । साथ ही वर्षों से चल रही बंदरों की समस्या से यह वन निजात दिलाने में भी काफी कारगर सिद्ध होगा। इसके अलावा पर्यटन की दृष्टि से यह वन मथुरा वृंदावन आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करेगा ।
उक्त जानकारी आज जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी । उन्होंने बताया कि ग्राम सुनरख के पास 130 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग द्वारा श्री कृष्ण की प्रिय प्रजातियों के 76875 पौधे लगाए जाएंगे। इस कार्य के लिए वन विभाग 2 करोड़ 40 लाख रु की धन राशि व्यय करेगा । उन्होंने बताया पूरे परिसर की कटीले तारो से फेंसिंग की घेरबाड़ एवम 4 वाच टावरो की स्थापना मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा कराई जाएगी।
अधिक जानकारी देते हुए प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नगेंद्र प्रताप ने बताया कि इस वन को सौभारि वन के नाम से जाना जाएगा। क्योंकि ग्राम सुनरख में आज भी सौभारि ऋषि की तपोस्थली पर अनुष्ठान करने से बारिश होना और इच्छा जाहिर करने से वंश वृद्धि की मनोकामना पूर्ण होती हैं । उन्होंने बताया चयनित परियोजना स्थल के एक और कोसी ड्रेन और दूसरी तरफ यमुना नदी है बीच में यह स्थल भगवान श्री कृष्ण की कालिया दमन लीला और सौभारि ऋषि की तपोस्थली है।
इस भूमि पर वृक्षारोपण का कार्य सितंबर से प्रारंभ हो जाएगा। इस महत्वकांक्षी परियोजना का प्रबंधन स्थानीय जिला प्रशासन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण और वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्ण विकसित होने के बाद यह वन प्रदेश का सबसे बड़ा नगर वन होगा और आम जनजीवन के लिए ऑक्सीजन डक्ट के रूप में कार्य करेगा।