रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद रविवार को 14 और शव बरामद हुए हैं। शनिवार को बस्तर इलाके में नक्सलियों के साथ एनकाउंटर के बाद से 21 जवान लापता हैं, मगर आज सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाकर्मियों के 14 और शव मिले हैं। इस तरह से नक्सली हमले में कुल 19 जवान अब तक शहीद हो चुके हैं। बता दें कि कल ही पांच जवान शहीद हो गए थे और करीब 30 घायल जवान अस्पताल में भर्ती हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि उनकी शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा।
बताया जाता है नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता हैं और उनकी खोज जारी है। पुलिस अधिकारी ने बताया था कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है। मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है। बस्तर इलाके में शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली। मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवान तथा डीआरजी के दो जवान (कुल पांच जवान) शहीद हो गए। इस दौरान 30 जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों में से सात जवानों को रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले पर दुख जताया और कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा 7 घायल सुरक्षाकर्मी जिन्हें रायपुर स्थानांतरित कर दिया गया था अब खतरे से बाहर हैं। 21 जवान अब भी लापता हैं और बचाव दल उनकी तलाश कर रहा है। गृहमंत्री अमित शाह का फोन आया। उन्होंने सीआरपीएफ महानिदेशक को राज्य में भेजा है।