(राजपथ मथुरा ब्यूरो/अरुण ठाकुर)
छाता । छाता तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम आजनोख के रहने वाले ग्रामीणों ने गांव में ही प्लाटिंग कर रहे एक कॉलोनाइजर पर सरकारी जमीन को हड़पने और उस पर अवैध निर्माण कराए जाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संपूर्ण प्रकरण पर ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में एक प्राचीन कुआं है जिसकी धार्मिक मान्यता है और ग्राम के सभी जाति वर्गों के लोग अपने नवजात शिशुओं के जन्म के उपरांत होने वाले कुआं पूजन में इस धार्मिक महत्व वाले कुएं को ही प्रयोग में लेकर आते हैं, जिसकी जमीन पर कॉलोनाइजर द्वारा रास्ता अवरुद्ध करते हुए अवैध तरीके से दुकानों का निर्माण करा दिया गया है। लेखपाल ने कॉलोनाइजर के खिलाफ अवैध कब्जे की पुष्टि करते हुए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी है।
इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा स्थानीय प्रशासन से भी शिकायत की गई परंतु कॉलोनाइजर की राजनीतिक पहुंच की वजह से स्थानीय प्रशासन भी मामले पर चुप्पी साधे हुए है। ग्रामीणों के मुखर होने पर उक्त कॉलोनाइजर द्वारा ग्रामीणों पर तरह-तरह के दबाव भी बनाए जा रहे हैं। जहां वह ग्रामीणों को एक तरफ पैसे के दबाव में अपना उल्लू सीधा करना चाह रहा है वहीं ग्रामीणों पर बात न मानने की बाद झूठे मुकदमों में भी फंसाए जाने की धमकी दी जाती है। परंतु ग्रामीणों का कहना है कि वह गांव के धार्मिक महत्व वाले स्थानों तथा सरकारी ग्राम सभा की भूमि पर किसी भी प्रकार का कोई अवैध निर्माण व कब्जा नहीं होने देंगे चाहे इसके लिए उन्हें उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय तक क्यों ना जाना पड़े। ग्रामीणों ने कहा कि उक्त कॉलोनाइजर द्वारा क्षेत्र में करीब तीन से चार जगह पर कालोनियों का निर्माण कराया गया है जिनमें से किसी भी कालोनी का मानचित्र विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत नहीं कराया गया है और ना ही किसी भी कॉलोनी को मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा एप्रूव्ड कराया गया है बावजूद इसके भोले भाले लोगों को सब्जबाग दिखाकर उनकी गाढ़ी कमाई को अपनी कॉलोनी में प्लॉटिंग के नाम पर निवेश करा रहे हैं।