अलीगढ। शहर के महेन्द्र नगर क्षेत्र में उ.प्र. जल निगम द्वारा सीवर एवं पाईप लाइन डालने के लिए खोदे गये गड्डे में गिरकर हुई कटरा कनवरी गंज निवासी डॉ.राजीव गुप्ता की मृत्यु के मामले में नगर निगम के महापौर एवं नगर आयुक्त आदि के खिलाफ दर्ज कराये मुकदमे से निगम कर्मचारी कल्याण संघ में आक्रोश फैल गया है, संघ इसको लेकर लामबंद हो गया है। सोमवार को इस सम्बंध में प्रमुख सचिव नगर विकास उ.प्र. को सम्बोधित एक ज्ञापन नगर आयुक्त आई.ए.एस प्रेम रंजन को दिया गया।
ज्ञापन में संघ के अध्यक्ष संजय सक्सैना, प्रांतीय संगठन मंत्री विजय गुप्ता एवं महामंत्री मानवेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि डॉ.राजीव गुप्ता की दुखद मृत्यु पर अनावश्यक दबाव बनाने के लिए कराई गई एफ.आई.आर आधारहीन है। गड्डा खुदाई के लिए जल निगम के ठेकेदार ने निगम से कोई अनुमति नही ली थी। इस कार्य से नगर निगम का कोई वास्ता नही है, इस कृत्य के लिए पूर्णरूपेण ठेकेदार जिम्मेदार है। इस सबके बावजूद कुछ राजनैतिक पार्टियां एवं कतिपय संगठनों द्वारा अपनी थोथी राजनीति चमकाने के उद्देश्य से दबाव बनाकर नगर निगम के महापौर अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराना वैधानिक दृष्टि से सरासर गलत है।
संघ की मांग है कि तत्काल मुकदमा समाप्त किया जाये वरना निगम कर्मचारी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञात रहे कि कोहरे के कारण सासनीगेट महेन्द्र नगर में खोदे गये एक गड्डे में वाईक से दूध लेने गये डॉ.राजीव गुप्ता गिर गये थे जिनकी सिर में चोट लगने के कारण मृत्यु हो गई। इससे आक्रोषित कुछ लोगों ने बिना तत्थों की जानकारी किए हुए परिवारीजनों पर दबाव बनाकर महापौर नगर आयुक्त आदि के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करा दिया है।