पटना। बीती रात्रि बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन पर ट्रेन आनंद विहार कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई ये ट्रेन आनंद विहार से आ रही थी। इसकी 21 बोगियां पटरी से उतर गई। घटना के बाद अलग-अलग जिलों से 50 से अधिक एम्बुलेंस एम्बुलेंस घटनास्थल पर स्थल पर पहुंच गई । ट्रेन हादसे में छह लोगों की मौत हुई हैं और करीब 150 लोग से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। रेल हादसे के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने देर रात को घटनास्थल का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री ने हादेस से जुड़ी ताजा जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
हादसे पर पीएम मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि डिब्बों के पटरी से उतरने के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। 11 अक्टूबर की रात आनंदविहार से कामाख्या जा रही नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से इस ट्रैक पर रेल सेवा ठप्प हो गई है। बुधवार रात से ही राहत कार्य शुरू होने के साथ कई ट्रेनों को रद और कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। ट्रेन दुर्घटना के स्थल पर रेस्क्यू के लिए क्रेन पोकलेन और अर्थ मूवर मशीन लगातार मंगाई जा रही है।
रेल हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को बिहार सरकार ने 4 लाख रुपये देने का एलान किया है। रेल हादसे को लेकर गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने कहा जैसे ही हमें दुर्घटना के बारे में पता चला लोग काम में लग गए हम हर किसी की मदद करने जा रहे हैं। राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये मिलने जा रहे हैं और जितने घायल हैं उन्हें भी पचास हजार रुपये मिलेंगे।
रघुनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घटनास्थल से महज 200 से ढाई सौ मीटर दूरी पर है घायलों को सबसे पहले इसी अस्पताल में लाया गया था। इस अस्पताल से मिल रही जानकारी के अनुसार ट्रेन हादसे में घायल 75 लोगों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में हो रहा है, इनमें 33 लोगों को बक्सर आरा और पटना के अस्पतालों में रेफर किया गया है। कुछ मरीजों का इलाज भोजपुर जिले के जगदीशपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी हुआ है।
जानकारी दी गई है कि ट्रैक की जो स्थिति है उसके अनुसार इस मार्ग पर परिचालन शुरू करने में अभी वक्त लगेगा। बता दें कि प्रशासन सबसे पहले अप साइड साइड में परिचालन दुरुस्त करने की कोशिश कर रहा है।
घटनास्थल को रिस्टोर करने का काम तेजी से चल रहा है। रेलवे कर्मचारी ट्रैक को साफ करने में जुटे हैं। रेलवे अधिकारियों की प्राथमिकता है कि पटरियों को जल्दी से रिस्टोर की जाए ताकि ट्रेन यातायात को फिर से शुरू की जाए। भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है जिसकी वजह से रेस्क्यू के काम में भी बाधा आ रही है।