मथुरा। अमरनाथ शिक्षण संस्थान में गुरुवार को उस समय अचानक हड़कंप मच गया जब बिना किसी पूर्व सूचना के रेल प्रशासन की टीम ने बुल्डोजर लेकर शिक्षण संस्था के मुख्य मार्ग की बाउंड्रीवाल को ध्वस्त करना शुरु कर दिया। विद्यालय प्रबंधन ने रेल अधिकारियों से वार्ता करनी चाहिए तो उन्होंने किसी भी तरह की वार्ता से इंकार कर दिया। यह अनाधिकृत कार्रवाई उस समय की गई जब अमरनाथ विद्या आश्रम में जहां प्ले ग्रुप से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थी शिक्षण कार्य कर रहे थे जबकि अमरनाथ डिग्री कालेज में छात्राएं विश्वविद्यालय की परीक्षाएं दे रही थीं। रेल प्रशासन ने बाउँड्रीवाल को ध्वस्त करने की कोई भी सूचना नहीं दी। यही नहीं अचानक शिक्षण संस्थान की विद्युत आपूर्ति बाधित कर दी गयी जिससे जहां परीक्षा दे रहीं छात्राओं के कक्ष में अंधेरा छा गया, वहीं नन्हे-मुन्हे बच्चे गर्मी से बिलबिला उठे। विद्यालय प्रबंधन ने रेल अधिकारियों से कहा कि रेलवे पथ के निर्माण में वे रेल प्रशासन के साथ हैं। बच्चों की परीक्षाएं सम्पन्न हो जाने दीजिए इसके बाद भी बाउंड्रीवाल को ध्वस्त करने के साथ-साथ तमाम लगे वृक्षों को उजाड़ दिया गया। नगर निगम की स्ट्रीट लाइटें भी तोड़ दी गयीं। मना करने पर रेलवे निर्माण विभाग के सहायक अधिशासी अभियंता राघवेन्द्र गुप्ता और उनके साथ आए अधिकारी कर्मचारियों ने हाथापाई और मारपीट कर कर दी। एक विद्यार्थी कबीर शर्मा को धक्का मारकर गिरा दिया जिससे उसके चोटें आयी हैं।
इससे पूर्व विद्यालय प्रबंधन ने जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह से उनके समक्ष पूरा प्रकरण रखते हुए कहा कि रेल प्रशासन के कार्य में विद्यालय की बाउंड्री से कोई भी अवरोध उत्पन्न नहीं हो रहा है, लेकिन रेलवे के अधिकारी रेल लाइन का काम न करके जबरन बाउंड्रीवाल को तोड़ने पर आमादा है। सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार ने भी रेल अधिकारियों से बाउंड्रीवाल को फिलहाल छोड़कर अपना काम करने के लिए फोन किया लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने उनकी भी नहीं सुनीं। रेल प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले हजारों बच्चे असुरक्षित हो गए हैं। बाउँड्रीवाल तोड़ दिए जाने की वजह से बाहरी तत्वों का विद्यालय में प्रवेश प्रारंभ हो गया है। विद्यालय प्रशासन व बच्चों के साथ कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। विद्यालय में अत्यंत दहशत का वातावरण है।