मथुरा। हिंदू समाज के साथ साथ सरकार को गो हत्या के खिलाफ जगाने का अभियान चला रहे ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि जिस तरह से सरकार गो हत्या पर कानून नहीं बना रही है उससे उसका चेहरा उजागर होता है ।
स्नेह बिहारी मन्दिर वृन्दावन में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा जिस तरह से प्रधानमंत्री मन की बात करते है वह हमको ओैर समाज को अच्छी लगती है। हमने भी उनकी मन की बात सुनी है मगर वे हमारी यानी जनता के मन की बात को कब सुनेंगे ।
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री अपने घर में गो पालन करते है और दूसरी तरह गो हत्या के लिए लाइसेंस देते है। जिस तरह भारत आज दुनिया में गो मांस के निर्यात में दूसरे नंबर पर है उससे इस मामले में प्रधानमंत्री का दोहरा चेहरा दिखाई देता है । उन्होंने प्रश्न किया तथा बाद में खुद वैकल्पिक उत्तर दिया और कहा कि आखिर वे चाहते क्या है गाय को बचाना या गो हत्या को बढ़ावा देना ।
उसी के साथ उन्होंने यहां यूपी के सीएम योगी द्वारा दिए बयान की ’’बंटेंगे तो कटेंगे’’ का समर्थन करने वाली आरएसएस की आलोचना की और कहा कि ’’उन्हें क्यों लगता है कि हम बंटेंगे यानी अभी बटे नहीं है । जब अभी तक बटे नहीं हैं तो क्यों बंटेंगे ओर कौन बांटना चाहता है इन्हें कैसे पता चल गया कि हम बंटेंगे तो कटेंगे। वैसे इसका उपाय यह है कि गो माता को राष्ट्र माता घोषित किया जाए और ’’जब सब की माता गो माता होगी तो फिर भाई भाई क्यों बंटेंगे इसीलिए हम चाहते है कि गो माता का वध बंद हो।
उन्होंने कहा कि गो माता की जो संख्या थी वह लगातार घट रही है जो कि बहुत चिंता का विषय है । कही ऐसा न हो की भविष्य में गो माता देखने को भी न मिले ।
महाराज आज धर्म नगरी वृंदावन पहुंचे जहां उन्होंने पहले राधा स्नेह बिहारी मंदिर में भगवान के दर्शन किए और फिर वहां आए लोगों से गो हत्या रोकने और इस कार्य के लिए हिंदुओं को जगाने के लिए लोगों से अपील की।