रांची । झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के मंत्री और जामताड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. इरफान अंसारी के बयान पर सियासी बवाल मचा है। इस लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों ने चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा का कहना है कि अंसारी ने जामताड़ा से पार्टी की महिला प्रत्याशी सीता सोरेन के खिलाफ बेहद अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर इरफान अंसारी के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया है। इरफान अंसारी ने 24 अक्टूबर को जामताड़ा सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के बारे में कथित तौर पर अमर्यादित टिप्पणी की थी। उनसे पत्रकारों ने जामताड़ा सीट पर सीता सोरेन की ओर से मिलने वाली चुनौती के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘वह बॉरो खिलाड़ी हैं। भाजपा ऐसे लोगों को हाईजैक कर उम्मीदवार बना देती है, जो रिजेक्टेड हैं।‘
इरफान अंसारी के इस बयान का वीडियो वायरल हुआ, तो सीता सोरेन ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी ने नामांकन के तुरंत बाद मीडिया के सामने मेरे लिए जिस अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी होगी। पहले भी उन्होंने मेरे बारे में व्यक्तिगत बातें बोली हैं, लेकिन इस बार उन्होंने सारी सीमाएं लांघ दी हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सहित कई नेताओं ने इरफान अंसारी के इस बयान पर पलटवार किया। जब बवाल बढ़ा तो इरफान अंसारी ने इसपर अपना पक्ष रखा। इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा और सीता सोरेन द्वारा मेरे वीडियो को काट-छांट कर गलत तरीके से पेश किया गया है। ओरिजिनल वीडियो में मैंने सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया, फिर भी भाजपा की चालबाजियों में मेरे खिलाफ झूठ फैलाने के लिए वीडियो को क्रॉप कर पेश किया जा रहा है।
भाजपा में आते ही उन्होंने अपना स्तर इतना गिरा लिया है कि झूठ के सहारे जामताड़ा की जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बदनाम करने का यह प्रयास न सिर्फ मेरी प्रतिष्ठा पर आघात है, बल्कि सच्चाई को दबाने का षड्यंत्र भी है। सीता सोरेन और भाजपा के इन प्रयासों के खिलाफ मैं कोर्ट में 100 करोड़ का मानहानि का दावा करूंगा और चुनाव आयोग में भी इस मामले को उठाऊंगा।
बहरहाल, इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास पहुंचा और उन्हें ज्ञापन सौंपकर इरफान अंसारी को विधानसभा चुनाव तक राज्य बदर करने, उनका नामांकन रद्द करने और उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।
भाजपा के बाद कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी किशोर नाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता और इमरान अंसारी के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास पहुंचा और उन्हें एक पत्र सौंपा। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इरफान अंसारी को बेवजह बदनाम कर रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।