मथुरा। शनिवार को मथुरा वृंदावन नगर निगम कैबिनेट की होने वाली बैठक पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। आगरा मंडल की कमिश्नर रितु माहेश्वरी के आदेश के उपरांत नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने महापौर को पत्र लिखकर बैठक को स्थगित करने का आग्रह करते हुए अवगत कराया है कि उक्त बैठक में निगम का कोई भी अधिकारी कर्मचारी भाग नहीं लेगा। कमिश्नर से भेंट करने के दौरान पार्षद राजीव सिंह राजवीर सिंह नीनू कुञ्ज बिहारी और तेजवीर सिंह ने कैबनिट की प्रस्तावित बैठक को निरस्त करने की मांग की थी इसी के परिणाम स्वरूप नगर आयुक्त द्वारा आज की गयी कार्यवाही कमिश्नर के आदेश पर होना समझा जा रहा है ।
सूत्रों का कहना है कि नगर आयुक्त श्री चौधरी ने कमिश्नर के आदेश आने के बाद सभी मामलों की जांच करने के लिए तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है जिसमें अपर नगर आयुक्त रामजीलाल, सी पी पाठक के अलावा लेखाधिकारी राजेश गौतम को शामिल किया गया है। पत्र में अवगत कराया गया है कि बीते दिन हुई निगम कैबिनेट की बैठक के सभी कार्यवृत्त पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा महापौर को ये भी बताया गया है कि कार्यकारिणी का चयन बोर्ड के सदस्यों द्वारा निर्वाचन के माध्यम से किया जाएगा। वर्तमान में जो कार्यकारिणी बनाई गई है वह घोषणा के आधार पर गठित हुई है जोकि असंवैधानिक है। निगम के अधिकारियों के इस निर्णय के पश्चात अब पता चलेगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा।
ज्ञात रहे कि गुरुवार को महापौर विनोद कुमार अग्रवाल ने एक पत्र भी जारी किया था जिसमें कैबिनेट की बैठक में बैठने के स्थान का निर्धारण किया गया था। पत्र के अनुसार श्री अग्रवाल ने प्रभारी अधिकारी सदन को निर्देश दिए थे कि मंच पर केवल महापौर ही बैठेंगे यदि कोई मंत्री सांसद विधायक आते हैं तो वह बैठ सकते हैं। इसके अलावा मंच के नीचे दाई ओर सदस्य गण प्रथम स्थान पर उपसभापति उसके बाद माननीय कार्यकारिणी समिति की महिला सदस्य उसके बाद पुरुष सदस्य बैठेंगे। मंच के नीचे बाई ओर अधिकारी गढ़ प्रथम स्थान पर नगर आयुक्त उनके बाद अन्य सभी अधिकारी गण उनकी वरिष्ठता के क्रम में बैठेंगे। इसके अलावा मीडिया एवं अन्य सभी लोगों के बैठने की व्यवस्था सभापति महोदय के आदेश अनुसार होगी।