नई दिल्ली । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मंगलवार को कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए आम लोगों और सुरक्षा कर्मियों पर बम गिराने की घटना की निंदा की है। उन्होंने इसे आतंकी घटना बताया है। साथ ही कहा कि कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा, “आम लोगों और सुरक्षा कर्मियों के ऊपर ड्रोन से बम गिराने की घटना आतंकी घटना है। मैं इस कायरतापूर्ण घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। मणिपुर की सरकार इस अकारण हमले को गंभीरता से लेती है और सरकार स्थानीय लोगों पर इस अकारण हमले के लिए कड़ी कार्रवाई करने को प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम हर तरीके की हिंसा की निंदा करते हैं। मणिपुर के लोग हर तरीके की हिंसा, अलगाववाद और बंटवारे के खिलाफ एकजुट अवश्य रहेंगे।”
मणिपुर के पश्चिमी इंफाल जिले के सेंजम चिरांग इलाके में सोमवार को संदिग्ध कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन से गिराए गए बम हमले में एक 23 साल की महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इससे पहले पूर्वी इंफाल जिले में एक अन्य बम हमले में कुकी आतंकियों ने सुरक्षा बलों के तीन बंकरों को नष्ट कर दिया था। पुलिस ने इस हमले की जानकारी देते हुए बताया कि कुकी आतंकियों द्वारा एक शक्तिशाली बम गिराने की वजह से एक महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां डॉक्टरों ने महिला की सर्जरी की है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक रविवार को कुकी आतंकियों ने पश्चिमी इंफाल जिले के कोत्रुक, कदंगबंद और सिंग्दा गावों में गंभीर हमले किए हैं। इस हमले में कोत्रुक गांव में एक 32 साल की महिला की मौत हो गई जबकि 10 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों में मृतक महिला की एक 8 साल की बच्ची भी शामिल है। इसके अलावा दो सुरक्षा कर्मी व एक स्थानीय टीवी पत्रकार भी शामिल है, जो इस घटना पर मीडिया कवरेज के लिए आया था।
सोमवार की रात को जारी मणिपुर पुलिस के एक बयान में बताया गया कि हथियारबंद बदमाश उन इलाकों में देखे गए जहां पहले आपराधिक घटनाएं हुई हैं। रविवार को आतंकियों के हमले की जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय बलों समेत सभी सुरक्षा बलों ने विभिन्न जिलों में संयुक्त अभियान चलाए।
सूबे के 16 जिलों के सभी सुरक्षा बलों को अगले 24 घंटे के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा बल इन आतंकियों के खिलाफ चुराचांदपुर और काकचिंग जिलों के सीमांत इलाकों में संयुक्त अभियान चला रहे हैं।