मथुरा । मथुरा वृंदावन नगर निगम में महापौर और नगर आयुक्त पार्षदों के बीच लंबे समय से बना हुआ गतिरोध आज समाप्त हो गया है। नगर निगम के भूतेश्वर क्षेत्र स्थित जलकर कंपाउंड में बने नए भवन में सभी पार्षदों के बीच महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा कि संवाद हीनता और गलतफहमी से मेरे कारण किसी को कोई कष्ट हुआ तो मैं पूरे सदन के सामने खेद व्यक्त करता हूं ।
होली के अवसर पर हमारी सनातन संस्कृति में कहा गया है कि जो भी गलत हुआ उसको दहन कर देना चाहिए। भविष्य में हम अपने सभी कर्तव्य को पूरा करते हुए मथुरा वृंदावन की जनता की उम्मीद पर खरा उतरने तथा उनकी अपेक्षा पूर्ण कार्य करने के प्रयास के संकल्प के साथ में यहां उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करता हूं। ठाकुर जी से कामना रहेगी कि भविष्य में ऐसी परिस्थितिया पुन: पैदा ना हो।
इस विशेष सोहार्द समझौता बैठक में नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने कहां कि परिवार में दो सगे भाइयों के बीच में संवाद हीनता के कारण गलतफहमी हो जाती है और हमारा तो 70 पार्षद और अधिकारी मेयर सहित बड़ा परिवार हैं। प्रयास रहेगा कि अब कोई गलतफहमी ना हो। भविष्य में अब ऐसे प्रयास होंगे कि बोर्ड के बचे 3 साल के कार्यकाल में बहुत ही महत्वपूर्ण विकास कार्य हो ताकि स्वर्ण अक्षरों में इसकी कहानी लिखी जाए। उन्होंने सदन में विशेष घोषणा करते हुए कहा कि महापौर श्री अग्रवाल ने 15 वे वित्त आयोग के सभी कार्य स्वीकृत कर दिए हैं आने वाले दो दिनों में उसके टेंडर निकाल दिए जाएंगे। यह सुनकर पार्षदों द्वारा जोर जोर से तालिया बजाई गई। नगर आयुक्त श्री चौधरी ने कहा कि मेयर श्री अग्रवाल हमारे मुखिया हैं उनके आदेश के अनुरूप मथुरा वृंदावन में ऐतिहासिक कार्य करने के लिए हम सभी अधिकारी कर्मचारी बचन बद्ध हैं।
बैठक में महापौर और नगर आयुक्त के समझौता संबोधन के पश्चात सभी पार्षदों ने बिहारी जी और राधा रानी के जयकारे लगाए। अंत में उपसभापति मुकेश सारस्वत ने समझौता वार्ता में उपस्थित सभी पार्षदों का आभार व्यक्त किया। बैठक के दौरान नगर आयुक्त ने महापौर को बुके भेंट कर दुपट्टा उड़ाया।