भानु जी की कलम ने कभी समझौता नहीं किया जो दिखा उसे लिखा: त्रिपाठी
राष्ट्र निर्माण में उन के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता: उपमन्यु
मथुरा। पूर्व राज्यसभा सांसद एवं देश के महान चिंतक लेखक पत्रकार स्व. भानु प्रताप शुक्ला की जयंती को वात्सल्य ग्राम में राष्ट चिंतक दिवस के रूप में मनाया गया।
वात्सल्य ग्राम के निर्माण में अपना उत्कृष्ट योगदान देने वाले देश के महान चिंतक एवं राष्ट्रवादी पत्रकारिता के पर्याय वरिष्ठ पत्रकार साकेत वासी भानु प्रताप शुक्ल के जयंती समारोह को समविद गुरुकुलम् गर्ल्स सैनिक विद्यालय वृन्दावन में राष्ट्र चिंतन दिवस के रूप में मनाया गया।
स्कूल की संरक्षिका एवं वात्सल्य मयी अधिष्ठात्री दीदी माँ साध्वी ऋतम्भरा के श्री चरणों में श्रद्धा भाव के साथ प्रणाम समर्पित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि विजय त्रिपाठी साथ पत्नी श्रीमती रमन त्रिपाठी एवं एनयूजेआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि डॉ कमलकांत उपमन्यु एड. के साथ विद्यालय डायरेक्टर नूतन चंद्रा प्राचार्या श्रीमती कल्याणी दीक्षित ने माँ वीणावादिनी वागेश्वरी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर साकेत वासी भानुप्रताप शुक्ल के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया।
विजय कुमार त्रिपाठी ने शहीद स्मृति समिति के संस्थापक डॉ. प्रेम कुमार शुक्ल एवं अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण परिषद के संस्थापक नित्यानंद शर्मा का पटका व स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया।
राष्ट्र कवि डॉ उमा शंकर राही ने भानु प्रताप के बालपन का चित्रण करते हुए बताया कि वे बचपन से ही अध्ययन शील रहे तथा पत्रकारिता के अंकुर बचपन में ही फूट चुके थे। आज हम वात्सल्य की परिकल्पना में सहयोगी दीदी माँ के मानस पुत्र का जन्मोत्सव चिंतन दिवस के रूप में मना रहे हैं। विद्यालय की छात्राओ ने देश भक्ति से ओतप्रोत गीतों से सभी दर्शको को देश प्रेम से सराबोर कर दिया । सम्भाषण प्रतियोगिता में विजेता 11वीं की छात्रा राधे मल्होत्रा ने राष्ट्रोत्यान में मीडिया की भूमिका विषय पर अपने विचार प्रकट किए। सम्भाषण में ओजस्विनी सदन (कनिष्ठ वर्ग) से अवनी चौधरी, ओजस्विनी सदन (वरिष्ठ वर्ग) से राधे मल्होत्रा प्रथम एवं कविता में निधि प्रथम स्थान पर रहीं व चित्रांकन प्रतियोगिता में आनिया सैलानी अक्षिया टॉक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। डॉ. प्रेम कुमार शुक्ल ने आल्हा छंद में कविता का गायन कर सभी का मन मोह लिया । विशिष्ट अतिथि डॉ. उपमन्यु ने अपने अभिभाषण में भानु प्रताप शुक्ल के स्वभाव का चित्रण करते हुए राजनैतिक सामाजिक कार्य करते हुए भी वे गेरुआ वेश से कम नहीं थे। मुख्य अतिथि श्री त्रिपाठी ने भानु भइया के सानिध्य का वर्णन करते हुए कहा कि वे पांचजन्य नामक पत्रिका के संपादक के साथ प्रबल ,प्रखर शब्दों के सिपाही थे वह युगदृष्टा पत्रकार थे।
इस अवसर पर सूबेदार मेजर रमेश चंद्र शर्मा चंद्रपाल सिंह पोनियां (पूर्व सैल टैक्स अधिकारी) एवं त्रिभुवन शर्मा (अधिवक्ता दिल्ली हाई कोर्ट) समस्त शिक्षक / शिक्षिका वरिष्ठ हिन्दी शिक्षक श्रीमती गीता शर्मा धनंजय मिश्रा के निर्देशन में छात्रा प्रतिष्ठा एवं प्रकृति ने समारोह में मंच का संचालन किया। प्रधानाचार्य डॉ कल्याणी दीक्षित ने सभी का आभार व्यक्त किया।