मथुरा। नगर निगम के जलकल विभाग के महा प्रबंधक की कार्यशैली और उनके द्वारा जनहित के कार्यों में बरती जा रही लापरवाही को लेकर नगर निगम के दर्जनों पार्षदों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को बड़ी संख्या में पार्षदों ने उनके खिलाफ पत्रकारों से वार्ता की जिसमें बताया गया कि महा प्रबंधक उनके द्वारा बताई जाने वाली विभिन्न वार्डो की पेयजल समस्याओ का कोई निदान नहीं कराते। सभी पार्षदों ने उनको तत्काल प्रभाव से मथुरा से हटाने की पुरजोर मांग की है।
प्रेसवार्ता में उपस्थित पार्षदों ने बताया कि नगर निगम मथुरा वृन्दावन के महाप्रबन्धक (जल) अरूणेन्द्र कुमार राजपूत द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए वार्ड की पेजयल समस्या को लेकर घोर लापरवाहियाँ बरती जा रही हैं कहीं पेयजल आपूर्ति नहीं है तो कही पाइप लाइन टूटी हैं। समस्या के निदान के लिए कोई भी पार्षद जाता है तो महाप्रबन्धक द्वारा उनसे अभद्रता की जाती है और धमकियाँ दी जाती हैं।
पार्षद देवेन्द्र कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने वार्ड की पेयजल समस्या को लेकर महाप्रबन्धक के समक्ष निदान हेतु प्रार्थना की परन्तु महाप्रबन्धक ने उनसे अभद्र भाषा एवं जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता कर डाली । बीती 30 अप्रैल को महाप्रबन्धक अरुणेन्द्र राजपूत द्वारा अनुसूचित जाति के पार्षद देवेन्द्र कुमार के साथ जाति सूचक शब्दों प्रयोग अभद्र भाषा के साथ करते हुए बदतमीजी की गई जिसकी शिकायत उसी दिवस कोतवाली प्रभारी को दी गई परन्तु उस पर पुलिस विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके अतिरिक्त 01 मई को नगर आयुक्त को शिकायत की गई जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि यदि इसी प्रकार नगर निगम मथुरा वृन्दावन के अधिकारी पार्षदों से अभद्र व्यवहार करते रहे तो जनता द्वारा चुने गये पार्षदों का औचित्य क्या है।
उन्होंने कहा कि हमारी समस्याएँ कोई हमारी व्यक्तिगत समस्याएँ नहीं हैं जन समस्याओं का निराकरण करना अधिकारियों का दायित्व बनता है।
हम सभी पार्षदों की माँग है कि महाप्रबन्धक (जल) अरूणेन्द्र कुमार राजपूत पर कानूनी दण्डात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें पदमुक्त किया जाये अन्यथा कि स्थिति में हम सभी पार्षद आन्दोलन करने को बाध्य होंगे और जरूरत पड़ी तो इस्तीफा देने से पीछे नहीं हटेंगे
प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से सर्वश्री उप सभापति मुकेश सारस्वत रेनू तिलकवीर चौधरी अंकुर गुर्जर हनुमान राजीव कुमार सिंह सरस्वती धर्मेश नौहवार कुलदीप पाठक देवेन्द्र कुमार पूनम धर्मेश तिवारी पूजा ब्रजेश अहेरिया उमा मुनेश दीक्षित यतेन्द्र मुन्ना मलिक गुलशन लीला निरंजन कुन्तल अभिजीत कुमार सुभाष यादव कुंजबिहारी भारद्वाज राकेश भाटिया आदि पार्षदगण मौजूद रहे।